शुभकामना
दीयों की रौशनी से तेरा आंगन झिलमिलाए
आरती की गूंज से सारा आसमां गुंजाए
आलोकपर्व तेरे लिए कल्याणकारी हो
ईश अपनी कृपा का रस सदा बरसाए
अवसाद जिंदगी के रहें दूर तुझ से
हर्षोल्लास तेरे गीत गुनगुनाए
रिश्तों में प्रेम -आत्मीयता बनी रहे
मोती-सा रूप तेरा सदा जगमगाए
डाॅ.विनोद कालरा
दीयों की रौशनी से तेरा आंगन झिलमिलाए
आरती की गूंज से सारा आसमां गुंजाए
आलोकपर्व तेरे लिए कल्याणकारी हो
ईश अपनी कृपा का रस सदा बरसाए
अवसाद जिंदगी के रहें दूर तुझ से
हर्षोल्लास तेरे गीत गुनगुनाए
रिश्तों में प्रेम -आत्मीयता बनी रहे
मोती-सा रूप तेरा सदा जगमगाए
डाॅ.विनोद कालरा